घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगातार आदिवासी बच्चों में बढ़ते मलेरिया के रोकथाम में कलेक्टर संबीत मिश्रा एक्टीव मोड पर । ।
ग्रामिण क्षेत्र में जगह जगह गढ्ढों में जमा पानी में मलेरिया के पैरासाईट की जाँच कर क्षेत्र को मलेरिया से मुक्ति दिलाने के अभियान में अधिकारी गण ।
इसी तारतम्य में बीजापुर जिले के कलेक्टर संबीत मिश्रा के निर्देशानुसार (BMO ) रमेश तिग्गा द्वारा लगातार ग्रामिण अंचल में15 स्वास्थ कर्मियों की टीम बनाकर मलेरिया पैरासाइट की चैन को तोड़कर लोगों को मलेरिया से निजात दिलाने का किया जा रहा प्रयास ।
डा रमेश तिग्गा ने बताया हमारी15 लोगों की टीम कलेक्टर के निर्देशानुसार लगातार जाँच कर रही है कि आखिरकार मलेरिया के पैरासाइट लोगो के ब्लड में क्यों नजर आ रहे हैं। जिसकी जाँच में यह पता चला कि जो अपना भैरमगढ़ ब्लाक का मिरतुर क्षेत्र है। वहाँ से मलेरिया के मरिज ज्यादा देखे जा रहे है।
जिसकी जानकारी लेने पर पता चला कि जगह जगह हेडपंपों के पास शोख्ता नहीं बनाने की वजह से दुषित पानी का जमावड़ा हो रहा है। कई स्थान पर नाली निर्माण नहीं होने की वजह से गंदा पानी एक स्थान पर एकत्र हो रहा है।
यही कारण है। की मलेरिया अपना पैर दिन प्रतिदिन पसार रहा है ।
उन्होंने बताया इस पर यदी जल्द से जल्द कार्य नहीं किया गया तो यह मलेरिया महामारी का रूप भी ले सकता है।
उन्होंने बताया हमने मिरतुर के साथ साथ आस पास के इलाके को रेड जोन घोषित कर रखा है।