भोपालपटनम में रेत के अवैध उत्खनन और अंतर्राज्यीय परिवहन पर कांग्रेस जांच दल की गंभीर चिंता
बस्तर संभाग में संविधान की पांचवीं अनुसूची, पंचायती राज अधिनियम और पेसा कानून कागजों तक सीमित
बीजापुर
दिनांक: 14/09/2025,
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने भोपालपटनम ब्लॉक के तरलागुड़ा, चंदूर और तीमेड़ में रेत खदानों से हो रहे अवैध उत्खनन और तेलंगाना तथा महाराष्ट्र में इसके अवैध परिवहन की गंभीर शिकायतों के बाद एक 10 सदस्यीय जांच दल गठित किया था, जिसमें लखेश्वर बघेल विधायक बस्तर जांच दल के संयोजक और विक्रम मंडावी विधायक बीजापुर, चंदन कश्यप पूर्व विधायक नारायणपुर, रेखचंद जैन पूर्व विधायक जगदलपुर, राजमन वेंजाम पूर्व विधायक चित्रकोट, छविन्द्र कर्मा पूर्व प्रत्याशी दंतेवाड़ा, हरीश कवासी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुकमा, श्रीमती नीना रावतिया उद्दे प्रदेश महामंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी, शंकर कुडियम पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बीजापुर एवं लालू राठौर अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर आदि को सदस्य बनाया गया था।
कांग्रेस का जांच दल रविवार को तरलागुड़ा और तीमेड़ के रेत खदानों का दौरा कर स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया। जांच में सामने आया कि भाजपा नेता और कथित रेत ठेकेदार बी. गौतम राव द्वारा बड़े पैमाने पर करोड़ों रुपये की रेत का अवैध उत्खनन और अंतर्राज्यीय परिवहन किया जा रहा है।
कथित ठेकेदार बी गौतम राव की ये गतिविधियां न केवल संविधान की पांचवीं अनुसूची और पंचायती राज व्यवस्था का उल्लंघन करती हैं, बल्कि पेसा (पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार) अधिनियम) कानून और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के नियमों की भी खुलेआम उल्लंघन हैं।
बीजापुर जिला मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस के जांच दल ने छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर गंभीर सवाल उठाए। जांच दल ने कहा, “बस्तर संभाग एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां संविधान की पांचवीं अनुसूची, पंचायती राज व्यवस्था, और पेसा कानून लागू हैं। इसके बावजूद, एक कथित ठेकेदार बी. गौतम राव द्वारा बिना किसी रोक-टोक के करोड़ों रुपये की रेत का अवैध उत्खनन और तेलंगाना व महाराष्ट्र में इसका परिवहन किया जा रहा है। यह न केवल स्थानीय पंचायतों और सरकार को मिलने वाली खनिज रॉयल्टी की चोरी है, बल्कि बस्तर के प्राकृतिक संसाधनों की लूट का भी मामला है। इस अवैध कारोबार को संरक्षण देने वालों की पहचान कर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।”
जांच दल ने रेत उत्खनन में भारी मशीनों और वाहनों के उपयोग पर गहरी चिंता जताई, जहां से प्रतिदिन सैकड़ों बड़ी बड़ी ट्रकों से रेत का अंतर्राज्यीय परिवहन अवैध रूप से बड़े पैमाने पर बिना किसी वैध जांच के किया जा रहा है जो NGT के नियमों और पर्यावरणीय दिशानिर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है। दल ने चेतावनी दी कि यदि यह स्थिति अनियंत्रित रही, तो बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी का प्रवाह क्षेत्र प्रभावित हो सकता है, जिससे पर्यावरणीय संकट और जनहानि का खतरा बढ़ेगा। जांच दल ने कहा, “NGT के नियमों को ताक पर रखकर भारी मशीनों से रेत निकाली जा रही है, जिससे नदी का पारिस्थितिकी तंत्र खतरे में है। यह बस्तर के पर्यावरण और आदिवासी समुदायों के लिए दीर्घकालिक खतरा है।”
प्रेस वार्ता में जांच दल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार पर आदिवासी हितों की रक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया। दल ने कहा, “एक ओर सरकार आदिवासियों के हितैषी होने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर बस्तर के बहुमूल्य खनिज संसाधनों की लूट को संरक्षण दे रही है। बस्तर संभाग में संविधान की पांचवीं अनुसूची, पंचायती राज अधिनियम और पेसा कानून कागजों तक सीमित हैं। ग्राम पंचायतों और ग्राम सभाओं को लगातार कमजोर किया जा रहा है, न तो पंचायतों में विकास कार्य हो रहे हैं और न ही ग्राम सभाओं की सुनवाई हो रही है।”
कांग्रेस जांच दल ने मांग की कि भोपालपटनम के तरलागुड़ा और तीमेड़ में रेत के अवैध उत्खनन और अंतर्राज्यीय परिवहन की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो। दोषियों, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली हों, के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। दल ने यह भी मांग की कि NGT के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए और इंद्रावती नदी के पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
जांच दल ने चेतावनी दी, “यदि भाजपा की डबल इंजन सरकार बस्तर के जल, जंगल, जमीन, और खनिज संसाधनों की लूट को नहीं रोकती, तो कांग्रेस पार्टी बस्तर की संपदा को बचाने के लिए जन आंदोलन शुरू करेगी। यह आंदोलन आदिवासियों के अधिकारों और बस्तर की प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए होगा।”
कांग्रेस पार्टी के जाँच दल ने घोषणा की कि वह इस मुद्दे को विधानसभा, संसद, और जनता के बीच लगातार उठाएगी।
इससे पहले कांग्रेस का जाँच दल रेत खदानों के निरीक्षण और ग्रामीण जनों से भेंट मुलाकात करने के बाद वापस तहसील कार्यालय पहुंची और कार्यालय के सामने ही जमीन पर बैठ भोपालपटनम क्षेत्र में हो रहे रेत उत्खनन और अन्तर्राज्य रेत परिवहन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी करते हुए धरना प्रदर्शन किए। भोपालपटनम एसडीएम द्वारा पंद्रह दिनों के अंदर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया।
प्रेस वार्ता के दौरान जिला पंचायत सदस्य लच्छू राम मौर्य, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम,पूर्व जिला पंचायत सदस्य बसंत ताटी,पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कामेश्वर गोतम,पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मिच्चा मुतैया,पूर्व जिला पंचायत सदस्या श्रीमती सरिता चापा,पूर्व जनपद अध्यक्ष श्रीमती निर्मला मरपल्ली,जनपद अध्यक्ष सोनू पोटाम, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रिंकी कोरम,जनपद उपाध्यक्ष दिनेश पुजारी, जनपद सदस्य मनोज अवलम, पीसीसी सदस्य व प्रवक्ता ज्योति कुमार, मीडिया प्रभारी राजेश जैन, जिला कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक पुरुषोत्तम खत्री, महिला कांग्रेस शेख राजिया,पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर, पार्षद बबिता झाड़ी, पूर्व जनपद अध्यक्षा बोधि ताती, प्रवीण उद्दे, केजी सत्यम,सरस्वती मंडल,बलराम कोर्षा, वीरेंद्र सिंह ठाकुर, और हिमांशु गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे ।