*🔶 थाना गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत अंडरी के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के साथ हुए मुठभेड़ में 14 महिला माओवादी सहित कुल 26 वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद ।
मुठभेड़ में मारे गये 18 माओवादियों की शिनाख्त हुई है, शेष मारे गये माओवादियों की पहचान की जा रही है ।*
*🔶 शिनाख्त 18 माओवादियों में DVCM-01, ACM-05, PPCM-03(Platoon Party Committee Member), PLGA Platoon Member-09 है शामिल ।*
*🔶 मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में AK 47, SLR, INSAS Rifle, .303 Rifle, रॉकेट लॉचंर, बीजीएल लांचर हथियार समेत विस्फोटक पदार्थ, दवाईया, माओवादी वर्दी, साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुआ ।*
*🔶 माओवादी मुठभेड़ में डीआरजी बीजापुर के आरक्षक राजूराम ओयाम, बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए । शहीद जवान के पार्थिव शरीर जिला मुख्यालय लाया गया, शहीद जवान को आज दिनांक 21/03/2025 नये पुलिस लाईन स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई ।*
⚫ पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ0 जितेन्द्र कुमार यादव द्वारा बताया गया कि पश्चिम बस्तर डिवीजन के Coy 2 , Platoon no 13 और दरभा डिवीज़न के सशस्त्र माओवादियों के दंतेवाड़ा और बीजापुर के सरहदी क्षेत्र में उपस्थिति की आसूचना पर नक्सल विरोधी सर्च अभियान में बीजापुर DRG/Bastar Fighters/STF/DRG सुकमा, CoBRA और CRPF की टीम थाना गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत तोड़का, पीड़िया, अंडरी की ओर रवाना हुई थी।
⚫अभियान के दौरान दिनांक 20/03/2025 के प्रातः लगभग 07:00 बजे थाना गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत अंडरी के जंगल में DRG/Bastar Fighters/STF की संयुक्त पार्टी एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो शाम तक रूक-रूक कर चलती रही ।
⚫मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर वर्दीधारी 14 महिला एवं 12 पुरूष कुल 26 हार्डकोर वर्दीधारी माओवादियों का शव हथियार, सामग्री सहित बरामद हुआ ।
⚫ मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में AK 47, स्नाईपर SLR, INSAS rifle, . 303rifle, नक्सलियों द्वारा निर्मित रॉकेट लांचर, BGL launcher हथियार एवं विस्फोटक पदार्थ बरामद हुआ l
⚫ पुलिस उप महानिरीक्षक, दंतेवाड़ा रेंज दंतेवाड़ा द्वारा बताया गया कि मुठभेड़ में शहीद डीआरजी के आरक्षक राजूराम ओयाम, निवास ग्राम बोड़गा थाना भैरमगढ जिला बीजापुर की पार्थिव शरीर जिला मुख्यालय बीजापुर लाया गया l शहीद जवान को आज दिनांक 21/03/2025 के पूर्वान्ह 10.00 बजे नया लाईन स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई ।
⚫ पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि सरकार के मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात DRG/STF/Bastar Fighters/CoBRA/CRPF/BSF/ITBP/CAF & अन्य समस्त सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है । वर्ष 2025 में बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध माओवादी विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 80 दिनों में कुल 97 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गये l जिसमें जिला- बीजापुर में विगत 80 दिनों में 82 माओवादियों का शव बरामद हुआ है ।
⚫ मुठभेड़ में मारे गये 18 माओवादियों की Primary शिनाख्त हुई है, शेष मारे गये माओवादियों की पहचान की जा रही है ।
1. सीतो कड़ती, निवासी मुण्डेर थाना मिरतुर, पदनाम – डीव्हीसीएम पश्चिम बस्तर डिवीजन, ईनाम 08.00 लाख
10. इसके अलावा कई Muzzel Loading Rifle, IED, भारी मात्रा में कारतुस एवं गोला-बारूद सामग्री बरामद किया गया ।
11. माओवादी वर्दी, माओवादी साहित्य, बैटरी, रेडियो, मल्टीमीटर, मेडिकल किट, डेटोनेटर, कार्डेक्स वायर, दवाईया एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामदl
⚫ पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, श्री सुंदरराज पी, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज श्री कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ0 जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट कोबरा 210 श्री अशोक कुमार , अति0 पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री जयंत वैष्णव एवं पुलिस व केरिपु बल के अन्य अधिकारियों द्वारा दिनांक 21/03/2025 को रक्षित केन्द्र बीजापुर में मुठभेड़ के सबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि जिला बीजापुर और दंतेवाड़ा के सरहदी क्षेत्र में पश्चिम बस्तर डिवीजन के Coy 2 , Platoon no 13 और दरभा डिवीज़न के सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर DRG/Bastar Fighters/STF/DRG सुकमा, CoBRA और CRPF की टीम थाना गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत तोड़का, पीड़िया, अंडरी की ओर रवाना हुई थी। अभियान के दौरान सुरक्षा बलो की कार्यवाही में 14 महिला सहित 26 वर्दीधारी माओवादियों को सुरक्षा बलो ने मार गिराया । विगत दिनों में सुरक्षा बलों के द्वारा लगातार माओवादी विरोधी अभियानों में वृद्धि हुई है और माओवादियों का प्रभाव इलाका में लगातार कमी आ रही है । लगातार अंदरूनी इलाके मे कैम्प खोले जा रहे है एवं विकास के साथ साथ अन्य कल्याणकारी योजनाएं अंदरूनी इलाको तक पहुंच रही है । माओवादी संगठन में भी आंतरिक कलह लगातार बढ़ रही है, जिसमें पार्टी सदस्य शक के आधार पर एक दूसरे की हत्या भी कर रहे है । अब माओवादियों के पास आत्मसमर्पण के अलावा कोई विकल्प नही बचा है । हम सभी समाज के भटके हुए माओवादियों से अपील करते है कि – माओवादी विचारधारा को त्यागकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हों और सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन की शुरुआत करें । हिंसा का रास्ता छोड़कर छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति का लाभ लेने का समय आ गया है । छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति माओवादियों को आत्मसमर्पण करने और समाज में शांतिपूर्ण जीवन जीने का अवसर प्रदान करती है । अब समय आ गया है कि माओवादी विचारधारा को त्यागकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हों और सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन की शुरुआत करें ।