*🔹 पश्चिम बस्तर डिवीजन अन्तर्गत कंपनी नम्बर 02 की पार्टी सदस्य, धमतरी-गरियाबंद- नुआवाड़ा डिवीजन अंतर्गत एसीएम, केएएमएस अध्यक्ष, एलओएस सदस्य, एओबी डिवीजन अन्तर्गत पीएलजीए सदस्य, मिलिशिया प्लाटून सदस्य, 23 लाख रूपये के ईनामी सहित कुल 13 माओवादियों का पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण ।*
*🔹 पश्चिम बस्तर डिवीजन अन्तर्गत कंपनी नम्बर 02 की पार्टी सदस्य, धमतरी-गरियाबंद- नुआवाड़ा डिवीजन अंतर्गत पीपीसीएम, केएएमएस अध्यक्ष, एलओएस सदस्य, एओबी डिवीजन अन्तर्गत पीएलजीए सदस्य, मिलिशिया प्लाटून सदस्य सहित कोण्डापल्ली आरपीसी, पेददाकोरमा आरपीसी के अन्य सदस्य है शामिल ।*
*🔹अंदरूनी क्षेत्रों में नवीन सुरक्षा कैम्प की स्थापना के साथ शासन की विकासोन्मुखी कार्य सड़कों का विस्तार, परिवहन की सुविधा, पानी, बिजली एवं शासन की अन्य जनकल्याणकारी योजना ग्रामीणों तक पहुंचने लगी है। सुरक्षा बलों का ग्रामीणों के साथ हो रहे सकारात्मक संवाद, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् दी जा रही जनकल्याकारी योजनाओं की जानकारी एवं छ0ग0 शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के व्यापक प्रचार प्रसार से माओवादी संगठन से मोहभंग हुआ है।*
*🔹संगठन के विचारों से हुआ मोहभंग और मिली निराशा एवं संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद, समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सुरक्षित पारिवारिक जीवन जीने की चाह के चलते किये आत्मसमर्पण।*
*🔹01 जनवरी 2025 से अब तक माओवादी घटना में शामिल 270 माओवादी गिरफ्तार हुए, 241 माओवादियो ने आत्मसमर्पण किया एवं जिले में अलग-अलग मुठभेड़ में कुल 126 माओवादी मारे गए है।*
*🔹आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने वाले सभी माओवादियों को प्रोत्साहन स्वरूप 50-50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया गया।*
🟪 पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, पुलिस महानिरीक्षक केरिपु सीजी सेक्टर छ0ग0 रायपुर, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज, उप पुलिस महानिरीक्षक केरिपु ऑप्स बीजापुर सेक्टर के मार्ग दर्शन व पुलिस अधीक्षक बीजापुर के निर्देशन में जिले में चलाये जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के तहत डीआरजी, बस्तर फाईटर, एसटीएफ, कोबरा व केरिपु बल के द्वारा किये जा रहे संयुक्त प्रयासो से तथा छ0ग0 शासन की पुनर्वास एवं आत्मसर्पण नीति साथ ही छ0ग0 शासन द्वारा चलाये जा रहे नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर पश्चिम बस्तर डिवीजन अन्तर्गत कंपनी नम्बर 02 की पार्टी सदस्य, धमतरी-गरियाबंद- नुआवाड़ा डिवीजन अंतर्गत पीपीसीएम, केएएमएस अध्यक्ष, एलओएस सदस्य, एओबी डिवीजन अन्तर्गत पीएलजीए सदस्य, मिलिशिया प्लाटून सदस्य 23 लाख रूपये के ईनामी सहित कुल 13 माओवादियों का पुलिस के समक्ष आज दिनांक 27/06/2025 को पुलिस उप महानिरीक्षक केरिपु बीजापुर श्री बी0एस0नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ0 जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट 85 बटालियन केरिपु श्री सुनिल कुमार राही, कमांडेंट 153 बटालियन केरिपु श्री अमित कुमार, कमांडेंट 168 बटालियन श्री विक्रम सिंह, कमांडेंट 170 बटालियन केरिपु श्री सरकार राजा रमन, कमांडेंट 199 बटालियन केरिपु श्री आनंद कुमार, कमांडेंट 222 बटालियन केरिपु श्री विजेंद्र सिंह, कमांडेंट 202 कोबरा श्री अमित कुमार, कमांडेंट 210 कोबरा श्री अशोक कुमार, अति0 पुलिस अधीक्षक बीजापुर श्री मयंक गुर्जर, अति0पुलिस अधीक्षक ऑप्स श्री यूलैण्डन यार्क, उप पुलिस अधीक्षक श्री घनश्याम कामड़े, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री तिलेश्वर यादव, उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी श्री विनीत साहू, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स श्री सुदीप सरकार, उप पुलिस अधीक्षक बस्तर फाईटर श्री चन्द्रहास के समक्ष आत्मसमर्पण किये।
आत्मसमर्पित माओवादी के नाम एवं पद :-
1. देवे मुचाकी ऊर्फ प्रमिला उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी बिरियाभूमि छिंदपारा थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर, पदनाम कंपनी नम्बर 02 पार्टी सदस्या, ईनाम 08.00 लाख रूपये , वर्ष 2019 से सक्रिय
2. कोसा ओयाम ऊर्फ राजेन्द्र ऊर्फ महेश ऊर्फ महेश सागर ऊर्फ रमेश पिता सोमा ओयाम उम्र 29 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटा तर्रेम तुर्रेपारा थाना तर्रेम बीजापुर , पदनाम धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ डिवीजन अन्तर्गत एसीएम (एसजेडसीएम प्रमोद का सुरक्षा गार्ड कमाण्डर), ईनाम 05.00 लाख रूपये, वर्ष 2009 से सक्रिय
3. कोसी पोड़ियाम पिता सोमडू पोड़ियाम उम्र 27 वर्ष जाति मुरिया निवासी डालेर पातरपारा थाना भैरमगढ़ जिला बीजापुर, पदनाम- बिरियाभूमि आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष, ईनाम 02.00 लाख, वर्ष 2017 से सक्रिय
4. सम्मी सेमला पिता स्व0 मंगू सेमला उम्र 23 वर्ष जाति मुरिया निवासी धरमापुर, थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर, पदनाम- इन्द्रावती एरिया कमेटी अन्तर्गत प्लाटून नम्बर 16 पीएलजीए सदस्य , ईनाम 01.00 लाख रूपये, वर्ष 2015 से सक्रिय
5. छोटू परसीक ऊर्फ दीपक पिता बुधरा परसीक उम्र 25 वर्ष जाति मुरया निवासी कुरूष पटेलपारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, पदनाम- गंगालूर एरिया कमेटी पार्टी सदस्य, ईनाम 01.00 लाख, वर्ष 2012 से सक्रिय
6. मोती ताती पिता सुक्कू ताती उम्र 24 वर्ष जाति मुरिया निवासी पालनार गायतापारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, पदनाम- भैरमगढ़ एरिया कमेटी पार्टी सदस्य, ईनाम 01.00 लाख रूपये , वर्ष 2014 से सक्रिय
7. सुनिता हेमला पिता मंगू हेमला उम्र 23 वर्ष जाति मुरिया निवासी सावनार मुक्कापारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, पदनाम- गंगालूर एरिया कमेटी एलओएस सदस्य, ईनाम 01.00 लाख रूपये , वर्ष 2019 से सक्रिय ।
8. मंजुला कुंजाम पिता बुधो कुंजाम, उम्र 27 वर्ष जाति मुरिया निवासी डुमरीपालनार थाना मिरतुर जिला बीजापुर पदनाम- पश्चिम बस्तर डिवीजन अन्तर्गत पार्टी सदस्य, ईनाम 01.00 लाख, वर्ष 2020 से सक्रिय
9. सायबो पोड़ियम पिता बुधराम पोड़ियम उम्र 18 वर्ष जाति मुरिया निवासी डुंगा पेददापारा थाना नेलसनार जिला बीजापुर , पदनाम- कुतुल एरिया कमेटी पीएलजीए सदस्य(डीवीसीएम सुखलाल कुंजाम का सुरक्षा गार्ड) ईनाम 01.00 लाख रूपये, वर्ष 2024 से सक्रिय
10. हुंगी उण्डम ऊर्फ राधा पिता भीमा उण्डम उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी छोटा तर्रेम पटेलपारा थाना तर्रेम जिला बीजापुर, पदनाम – एओबी अन्तर्गत पीएलजीए सदस्य(SZCM अरूणा का सुरक्षा गार्ड ), ईनाम -01.00 लाख, वर्ष 2020 से सक्रिय
11. मंगा मड़कम उर्म् मंगेश पिता देवा मड़कम उम्र 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोण्डापल्ली बाजार पारा थाना तर्रेम जिला बीजापुर, पदनाम- कोण्डापल्ली आरपीसी मिलिशिया प्लाटून सदस्य, वर्ष 2000 से सक्रिय
12. बुधराम कोडमे ऊर्फ राजू पिता हुंगा कोडमे उम्र 39 वर्ष जाति मुरिया निवासी बोडलापुसनार थाना गंगालूर जिला बीजापुर, पदनाम- पेददाकोरमा आरपीसी मिलिशिया प्लाटून सदस्य , वर्ष 2003 से सक्रिय
13. जमली कोडमे ऊर्फ हिडमे पति बुधराम कोडमे उम्र 34 वर्ष जाति मुरिया निवासी बोडला पुसनार पटेलपारा थाना गंगालूर, पदनाम- पेददाकोरमा आरपीसी केएएमएस सदस्य , वर्ष 2006 से सक्रिय
🟪 छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति और नियद नेल्लानार योजना के कारण कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं। यह योजना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जैसे कि पुनर्वास, रोजगार और शिक्षा। इसके अलावा, नक्सल हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए भी राहत और पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है। यह योजना माओवादियों को आत्मसमर्पण करने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके परिणाम स्वरूप कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं और समाज में शांतिपूर्ण जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
🟪 जिला बीजापुर सहित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादियों के आत्मसमर्पण के पीछे अनेक महत्वपूर्ण कारण सामने आ रहे हैं। इनमें विकास कार्यों की तेजी सबसे प्रमुख कारणों में से एक रही है। सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं की पहुंच ने माओवादियों को गहराई से प्रभावित किया है। इसके अतिरिक्त, संगठन के विचारों से मोहभंग, लंबे समय तक अपेक्षित परिवर्तन न आना, और आंतरिक कलह तथा मतभेदों में लगातार वृद्धि ने भी उन्हें आत्ममंथन के लिए बाध्य किया है। संगठन के भीतर विश्वास की कमी और अनिश्चित भविष्य ने भी उनके निर्णय को प्रभावित किया है। इन सब कारणों के चलते अनेक माओवादी आत्मसमर्पण कर शांति की राह पर लौटने का निर्णय ले रहे हैं और समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर एक नया जीवन आरंभ कर रहे हैं।
🟪 छत्तीसगढ़ शासन की नवीन पुनर्वास नीति ने कई माओवादियों को नई उम्मीद दी है और उन्हें संगठन के भीतर शोषण और क्रूर व्यवहार से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया है। यह नीति उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटकर सामान्य जीवन जीने की आशा देती है । इसके अलावा सुरक्षा बलों के लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में कैम्प स्थापित करने और क्षेत्र में चलाए जा रहे आक्रामक अभियानों ने भी माओवादियों को संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है। आत्मसमर्पित माओवादी क्षेत्रान्तर्गत सक्रिय रूप से कार्यरत रहे हैं और अब वे समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए तैयार हैं । यह पुनर्वास नीति छत्तीसगढ़ शासन की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करना और उन्हें सामान्य जीवन जीने का अवसर प्रदान करना है।
🟪 जिस प्रकार से क्षेत्र में माओवादियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही जारी है और माओवादी संगठन को काफी नुकसान हुआ है आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण करने की आसूचना प्राप्त हो रही है। आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी, बस्तर फाईटर, एसटीएफ,केरिपु 85 वाहिनी, 153 केरिपु, 168 केरिपु, केरिपु 170 वाहिनी, केरिपु 199 वाहिनी, 222 वाहिनी केरिपु एवं कोबरा202, 210 का विशेष योगदान रहा है। इस प्रकार माओवादियों के आत्मसर्पण से शीर्ष माओवादी कैडर के लिए बड़ा नुकसान हुआ है। नक्सल मुक्त बस्तर की कल्पना साकार रूप ले रहा है।
🟪 “अपील” — समाज की मुख्यधारा में लौटने का आह्वान
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने माओवादियों से अपील की है कि वे छत्तीसगढ़ शासन की नवीन आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं और समाज की मुख्यधारा में सम्मिलित होकर शांतिपूर्ण एवं सम्मानजनक जीवन की ओर अग्रसर हों। उन्होंने बताया कि सरकार की इस पुनर्वास नीति के अंतर्गत मिलने वाली आर्थिक सहायता, पुनर्वास के अवसर, रोजगार एवं शिक्षा संबंधी सुविधाएं माओवादियों को आकर्षित कर रही हैं। इसी के परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वालों के परिजन भी चाहते हैं कि वे लौटकर सामान्य जीवन जीएं और समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें। उन्होंने नक्सलियों से आह्वान किया कि वे बाहरी तत्वों की भ्रामक विचारधाराओं को त्यागें और निर्भय होकर सामाजिक जीवन में लौटें।
संगठन छोड़ने का कारण:-
🟪 छ0ग0 शासन की पुनर्वास नीति के व्यापक प्रचार-प्रसार पुनर्वास योजना के तहत लाभ व परिवार के साथ खुशहाल जीवन जीने की सोच लिये समाज के भटके माओवादियों ने संगठन में उनके कार्यो की उपेक्षा करने, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं माओवादियों के द्वारा आदिवासियों पर किये जा रहे अत्याचार से त्रस्त होकर,छ0ग0 शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीतियों से प्रभावित होकर भारत के संविधान पर विश्वास रखते हुए उक्त माओवादियों द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् 50000-50000/- रूपये पचास हजार रूपये का चेक प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रदान किया गया ।